
डबवाली।
शहर की अग्रणी संस्था आर्य समाज की ओर से रविवारीय साप्ताहिक हवन यज्ञ संस्था अध्यक्ष एसके आर्य के सानिध्य में आयोजित किया गया। जिसमें यज्ञब्रह्मा का दायित्व संस्था के प्रचार प्रमुख विजय कुमार शास्त्री ने निभाया, जबकि मुख्य यजमान के तौर पर डॉ. कुलबीर सिंह (फार्मासिस्ट आयुष विभाग जीन्द) ने आहुतियां डाली। इससे पूर्व वरिष्ठ सदस्य कुलदीप सिंह पटवारी के बड़े भाई डॉ. कुलबीर सिंह के यज्ञशाला में पहुंचने पर अध्यक्ष एसके आर्य व कोषाध्यक्ष व सम्पत्ति अधिकारी भारत मित्र छाबड़ा ने उनका स्वागत किया और आर्य समाज डबवाली की स्थापना, निर्माण व इतिहास से रू-ब-रू करवाया। इसके बाद यज्ञब्रह्मा विजय कुमार शास्त्री व महामंत्री डॉ. रामफल आर्य ने जहां आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की स्मृति में -''धन्य है तुझको ऐ ऋषि! तूने हमें बचा दिया, सो सो के लुट रहे थे हम तूने हमें जगा दिया...'' एवं ''ओ३म् ओ३म् नित बोल अरे मन बावरिया, ओ३म्् नाम ही प्रभु का प्यारा जीवन का है यही सहारा...'' जैसे अर्थपूर्ण भजन प्रस्तुत किए। इस मौके अध्यक्ष एसके आर्य ने अपने संबोधन में महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज के दस नियम व उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए इन्हें अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोडऩे में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए और सभी कार्य धर्मानुसार सत्य और असत्य को विचार करके करने चाहिएं। इस मौके संरक्षक राज कुमार गर्ग लोहेवाले, वरिष्ठ सदस्य विजय कुमार कामरा, लाईफ इंश्योरेंस एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया शाखा प्रधान अमितराज मेहता, एलटी सुरेंद्र कुमार चंजौत्रा, तेजस आर्य लड्डू सहित अन्य मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय प्रार्थना, जयघोष व शांतिपाठ के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
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