उत्तराखण्ड में जोशीमठ को आपदा संभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। इस नगर में तथा आसपास के इलाकों में निर्माण गतिविधियां प्रतिबंधित कर दी गई है। चमोली के जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने आज यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के एक दल समेत दो केंद्रीय दल जल्दी ही जोशीमठ आएंगे। चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार जोशीमठ नगर में अब तक छह सौ तीन इमारतों में दरारें आ गई हैं। अधिकारियों के अनुासर 68 परिवार अस्थाई रूप से विस्थापित हो गए हैं। प्रशासन ने अत्याधिक भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों से निवासियों को बाहर ले जाने के आदेश दिए हैं। जोशीमठ नगर क्षेत्र में दो सौ 29 कमरों की रहने योग्य स्थल के रूप में पहचान की गई है। इन कमरों में लगभग एक हजार दो सौ इकत्तर लोग रह सकते हैं। जमीन धंसने से प्रभावित स्थानों की पहचान का काम जारी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।
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