सिरसा
बहुचर्चित एयर होस्टेस गीतिका सुसाइड मामले में आज अहम दिन है। आज इस मामले में कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। इस मामले में मुख्य आरोपी हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा हैं, जो वर्तमान में सिरसा से विधायक हैं।
ये है पूरा मामला
5 अगस्त, 2012 को, गोपाल कांडा की एयरलाइंस में एयर होस्टेस के तौर पर काम कर चुकी गीतिका ने दिल्ली के अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने सुसाइड नोट में इस कदम के लिए गोपाल कांडा और उनकी कंपनी MDLR के सीनियर मैनेजर रहीं अरुणा चड्ढा को जिम्मेदार ठहराया था। कांडा को इस मामले में 18 महीनों तक जेल में रहना पड़ा और उन्हें मार्च 2014 में जमानत मिली थी। सह आरोपी अरुणा चड्ढा को हाई कोर्ट से मिली जमानत के आधार पर कांडा को भी जमानत दी गई थी। गीतिका की मौत के करीब छह महीने बाद उनकी मां अनुराधा शर्मा ने भी आत्महत्या कर ली थी।
कांडा ने पिता के नाम पर खोली थी एयरलाइंस
2008 में कांडा ने एक एयरलाइन कंपनी बनाई थी, जिसका नाम उन्होंने अपने पिता के नाम पर रखा था. इसी कंपनी में उन्होंने गीतिका को नौकरी पर रखा था। ट्रेनी से शुरुआत करने वाली गीतिका कंपनी में डायरेक्टर तक रही। गीतिका ने दुबई में भी नौकरी की थी, लेकिन बाद में उन्होंने सुसाइड कर लिया था। गीतिका दिल्ली की रहने वाली थी। बता दें कि कांडा 1998 में एक मैकेनिक थे, फिर उन्होंने जूता का कारोबार किया और बाद में बड़ा नाम बन गए।कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
Kommentare