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करनाल लघु सचिवालय के सामने धरना और कार्मिक अनशन दुसरे दिन जारी रहा।


चौटाला गांव के कम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग विशेषज्ञ, प्रसूति रोग विशेषज्ञ लगाने, एमबीबीएस के रिक्त पदों को भरने, लैब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर लगाने, ऑपरेशन थिएटर एवं मोर्चरी को 23 वर्षों के बाद पुनः शुरू करने सहित नवजात बच्चों के मौत प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने की मांग को लेकर आज 36 वें दिन डबवाली इलाके के लोग आंदोलनरत हैं। संघर्ष का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश फगोडिया, पूनम गोदारा तेजाखेड़ा ने संयुक्त रूप से कहा कि मुख्यमंत्री आवास के घेराव के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय बटला ने विनम्र रूप से कहा था कि जल्द मुख्यमंत्री जी से संवाद करवा कर सभी मूलभूत सुविधाओं को धरातल पर लागू करेंगे। सरकार की ओर से जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो करनाल लघु सचिवालय के सामने गत दिवस खुले आसमान के नीचे भयंकर ठंड में आंदोलन शुरू कर कार्मिक अनशन पर बैठना पडा़। लघु सचिवालय के सामने आज दूसरे दिन पूनम गोदारा का कार्मिक अनशन लगातार जारी है। बेटी बचाओ बेटी, पढ़ाओ का झुठा नारा देने वाली सरकार कोई सुध नहीं ले रही है। खुले आसमान के नीचे दो बेटियों सहित 80 वर्ष की बुजुर्ग माता और किसान नौजवान धरने पर बैठे हैं लेकिन मौजूदा प्रदेश सरकार के मुखिया को बेटियों से रूबरू होने तक का समय नहीं है। सरकार को समय रहते उप स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञों की नियुक्ति सहित रिक्त पदों को भरना चाहिए था लेकिन सरकार कांट्रैक्ट बेस पर सिर्फ पदों को मंजूरी देकर इलाके के साथ भद्दा मजाक कर रही है। संघर्षरत नेताओं ने कहा की कांट्रैक्ट बेस पर मंजूर पदों पर नियुक्तियां संभव ही नहीं है क्योंकि सरकार कांट्रैक्ट बेस पर जो वेतन देगी उससे कहीं ज्यादा निजी स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञों को वेतन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्थाई तौर पर विशेषज्ञों की नियुक्ति करनी पड़ेगी वरना गंभीर परिणाम भुगतने पडेगें। जब तक स्थाई तौर पर नियुक्तियों सहित स्वास्थ्य केंद्रों की अव्यवस्था दुरुस्त नहीं होगी तब तक आंदोलन वापस नहीं लेगें बल्कि संघर्ष और तेज करने के लिए रणनीति बनाएंगे। अगर सरकार ने जल्द इलाके के साथ न्याय नहीं किया तो डबवाली के गांव से अनेक किसान मजदूर करनाल कुच करेंगे और मुख्यमंत्री आवास में घुसेगें। जब सरकार खुद टकराव चाहती है तो किसान जवान भी संकोच नहीं करेंगे। संघर्षरत नेताओं ने कहा कि 6 जनवरी शाम तक शासन प्रशासन का इंतजार करेंगे। कल शाम के बाद फिर आर पार के संघर्ष का ऐलान होगा। संघर्षरत नेताओं ने इलाके के लोगों से भी बडी़ सख्या में करनाल पहुंचने का आह्वान किया है। आज धरना स्थल पर पूनम गोदारा तेजा खेड़ा, अवनी सिहाग, मुख्तियार कौर, अनिल बिश्नोई, जगदीश बिश्नोई, ओमप्रकाश मेघवाल, राकेश फगोडिया, विर सिंह सहित किसान नौजवान माताएं बहने उपस्थित रही है।


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