अबूबशहर हाईवे पर एनएचएआई प्लांट के सामने किसानों का पक्का मोर्चा आज 11 वें दिन जारी रहा
डबवाली के गांव अबूबशहर में किसानों का पक्का मोर्चा आज 11वें दिन मे प्रवेश कर गया है। नेशनल हाईवे में भूमि अधिग्रहण होने के बाद किसान लंबे अरसे से विरोध कर रहे हैं। काॅ राकेश फगोडि़या,जसवीर भाटी,दयाराम उलाणिया ने कहा कि नौ गांव में जबरन कब्जा कार्रवाई से पहले किसान भूमि अधिग्रहण 2013 के एक्ट अनुसार बाजार भाव से 4 गुना मुआवजे की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन सरकार ने उचित मुआवजा देना तो दूर किसानों से संवाद तक नहीं किया। किसान लगातार विरोध करते रहे उसके बाद खट्टर की हुकूमत द्वारा जबरन कब्जा कार्रवाई के दौरान किसान टंकी पर इसलिए चढ़े कि जो सरंचना अवार्ड सरकार ने नहीं दिए कम से कम सरचना अवार्ड तत्काल दिए जाएं, उसके बाद हाईवे का निर्माण शुरू किया जाए लेकिन किसानों की दुश्मन आम जन विरोधी खट्टर सरकार ने आज तक सरंचना अवार्ड भी नहीं दिए और किसानों के विरोध के बावजूद जबरन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। अबुबशहर गांव में अब पक्का मोर्चा लगाने के बाद प्रशासन के साथ वार्ता हुई जिसका भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं रहा। अवार्ड के बारे में अधिकारी बात तक नहीं कर रहे और रोड का निर्माण भी नहीं रोक रहे। गत दिवस गांव शेरगढ़ में किसानों ने निर्माण बंद करवाया जिसे आज फिर ठेकेदार ने जबरन शुरू कर दिया मोर्चे से आज जब सैकडो़ आक्रोशित किसान खेतों में गए तो कंपनी के लोग भाग गए किसान नेताओं ने कहा कि आज तक लोकतांत्रिक ढंग से शांति पूर्वक लड़ाई लड़ रहे थे अब अगर अवार्ड रास्ते देने से पहले जबरन कार्य किया गया तो एनएचआई और ठेकेदारों के साथ निश्चित रूप से टकराव होगा अगर किसी किसान ने खेतों में कर्मचारियों को कोई नुकसान पहुंचाया तो उसकी जिम्मेवारी किसान नेताओं की नहीं होगी किसान नेताओं ने कहा जब राज में बैठे सफेदपोश लोग अलोकतांत्रिक ढंग से कार्य कर ही रहे हैं तो अब मुकाबला क्यों ना किया जाए अब निश्चित रूप से मुकाबला होगा । आज मोर्चे पर मोहनलाल, सुभाष भाभूं, राजीव घोडे़ला, श्यामचंद, शिवचरण और सैकड़ों किसान नौजवान उपस्थित रहे।
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