बठिंडा:
खनौरी बॉर्डर से एक और दुर्भाग्यपूर्ण खबर सामने आई है। दरअसल, किसान संघर्ष में लड़ने वाले एक और किसान की मौत की खबर आई है। मृतक किसान की पहचान बठिंडा के दर्शन सिंह (62) निवासी गांव गुनियाना के रूप में हुई है। दर्शन सिंह खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में डटे हुए थे, इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। यहां यह भी बता दें कि किसान आंदोलन 2.0 के दौरान अब तक 5 किसानों की मौत हो चुकी है। इससे पहले गोली चलने के कारण बठिंडा के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी।
यहां यह भी बता दें कि दिल्ली के कंधों पर एम.एस.पी. सहित अन्य मांगों को लेकर किसान पिछले 10 दिनों से दिल्ली कूच के लिए डटे हुए हैं। बुधवार को जैसे ही किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढ़ने लगे तो हरियाणा पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ दिए, जिसमें बठिंडा के बल्लो गांव के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। शुभकरण की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का कार्यक्रम दो दिन के लिए रद्द कर दिया है। उधर, कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी किसानों को पांचवें दौर की बैठक के लिए आमंत्रित किया है।
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर शंभू और खनौरी बार्डर पर हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारें की हैं। इस बीच कई किसानों के घायल होने की भी खबर है। पंजाब की तरफ खनौरी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान इकट्ठे हुए हैं। वे दिल्ली की ओर कूच करने पर अड़े हुए हैं। उधर, हरियाणा की तरफ बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। वहीं, पंजाब-हरियाणा बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
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