डबवाली
बिश्नोई धर्म प्रर्वतक श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान के 572वें अवतार दिवस पर बिश्नोई धर्मशाला में श्री गुरु जम्भ जन्माष्टमी पर्व कार्यक्रम में डबवाली उपमंडल के गांव जोतांवाली के रिटायर्ड जज राजेन्द्र खीचड़ की पुत्रवधू एसपी पंचकुला श्री मति नुपूर बिश्नोई के मुख्य अतिथि के तौर पर पहुचने पर बिश्नोई सभा डबवाली के अध्यक्ष कुलदीप कुमार जादूदा व समाज के गणमान्य व्यक्तियों व मातृशक्ति ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। नुपूर बिश्नोई ने हवन मे आहुति देकर मन्दिर में माथा टेका। कार्यक्रम की अध्यक्षा डा शालू कड़वासरा धर्म पत्नी हड्डी रोग विशेषज्ञ प्रमोद कड़वासरा का भी सभा के अध्यक्ष, समाज के गणमान्य व्यक्तियों व मातृशक्ति ने पुष्प गुच्छ देकर जोरदार स्वागत किया। मुख्य अतिथि व कार्यक्रम अध्यक्षा ने बाद में एक साथ ध्वजारोहण किया। बच्चियों ने ध्वज गीत गाकर ध्वज का सम्मान किया।
वहीं, डबवाली नगर परिषद के चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा का भी समाज लोगों द्वारा बिश्नोई धर्मशाला पहुचने पर फुलमालाओ से जोरदार स्वागत किया गया। मुख्य कार्यक्रम में पतित पावनी मां गंगा देवभूमि उत्तराखंड हरिद्वार से पधारे निर्मल हृदय संत स्वामी राजेन्द्रानंद द्वारा 120 शब्दों का पाठ करने के बाद मंच पर पहुचते ही मुख्य अतिथि व संतगणो का सभा सदस्यों द्वारा बैज लगाकर सम्मान किया गया। बिश्नोई सभा डबवाली के सचिव इन्द्रजीत बिश्नोई ने स्वामी जी व मुख्य अतिथि, अध्यक्षा का मंच से स्वागत किया। शीतल हाई स्कूल चौटाला के बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण पर झांकी प्रस्तुत की। मंचासीन व उपस्थित लोगों ने सराहना की व स्मृति चिन्ह् देकर सम्मान किया। स्वामी जी, मुख्य अतिथि व अध्यक्षा व बिश्नोई सभा डबवाली के अध्यक्ष ने शिक्षा, खेलकूद, जीव रक्षा, क्षेत्र में अच्छे अंक लाने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया। चौ. प्रदीप कुमार गोदारा चौटाला का भी बिश्नोई धर्मशाला पहुचने पर सभा द्वारा स्वागत किया गया। चौ प्रदीप कुमार गोदारा ने बिश्नोई सभा डबवाली को एक लाख रुपये देने की घोषणा की व पुजारी सोमराज के इलाज के लिए 5 हजार रुपये का सहयोग किया। सिविल अस्पताल डबवाली के एसएमओ डॉ महेंद्र कुमार भादू का भी सभा द्वारा स्वागत किया गया। चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा ने गुरु जम्भेश्वर भगवान के जन्म दिन की बधाई दी व बिश्नोई समाज के साथ हमेशा की तरह अपनापन जताया। बिश्नोई सभा डबवाली के सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा को अभिनन्दन पत्र पढकर सुनाया व सभा के अध्यक्ष द्वारा अभिनन्दन पत्र देकर उनका सम्मान किया गया। जेजेपी जिला अध्यक्ष सर्वजीत सिंह मसीता ने गुरु जम्भेश्वर भगवान के जन्म दिन की शहरवासियों व संगत को लख लख बधाई दी। सभा द्वारा जिला अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्षा डा. शालू कड़वासरा ने युवाओं में बढ़ रहे नशे के प्रति चिंता व्यक्त की ओर कहा कि गुरु जम्भेश्वर भगवान ने आज से साढ़े पांच सौ वर्ष पहले इन कुरीतियों से बचने को कहा था। उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया और कहा कि बच्चों के माता पिता को अपने बच्चों के प्रति हमेशा सचेत रहना चाहिए ताकि बच्चा बुरी लत से बच सके। मुख्य अतिथि नुपूर बिश्नोई ने अपने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण पर विचार रखे। जीव दया पालणी, रूंख लीलो नहीं घावे शब्द बोलते हुए कहा कि वन हैं तो प्राण हैं, वृक्षों के बिना जीवन जीना मुश्किल है, हरे वृक्ष को कभी नहीं काटना चाहिए इसकी बजाय कोई भी शुभ अवसर हो ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। जीवों पर भी दया करनी चाहिए। उन्होंने शाकाहार के लाभ बताये और कहा कि मांस खाने से अनेक प्रकार की बिमारियाँ होती हैं। गाय और गुरु जांभो जी का आत्मिक संबंध रहा है। चर फिर आवे सहज दुहावे अर्थात गाय कितनी सहज होती है चर फिर कर आती है हमे अमृत मयी दुध देती है, गाय को कभी मारना नहीं चाहिए, हमेशा दया करनी चाहिए। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार भी गाय के संवर्धन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि माता पिता को अपने बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान देना चाहिए, बच्चे पढ लिखकर अपना व अपने माता पिता का नाम रोशन करते हैं। नारी शक्ति का हमेशा सम्मान करना चाहिए, नारी को उच्च स्थान देना चाहिए, नारी को दुर्गा शक्ति समझना चाहिए। जिस घर में नारी का सम्मान होता है वह घर हमेशा उचाईयों को छूता है, उस घर में सुख समृद्धि रहती है। मुख्य अतिथि का सभा द्वारा शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि ने सभा को एक लाख रुपये व पुजारी सोमराज के इलाज के लिए 11 हजार रुपये का सहयोग किया।
अन्त में स्वामी जी ने बिश्नोई सभा डबवाली द्वारा करवाये जा रहे सामाजिक कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की। मुख्य अतिथि, अध्यक्षा, चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा की सराहना की कि जब कोई अच्छी पढाई करके उच्च पद पर पंहुचता है तो अपना ही नहीं पूरे समाज का नाम रोशन करता है। सभा ने स्वामी जी को अगले वर्ष जन्माष्टमी पर कथा करने का अनुरोध किया तो स्वामी राजेन्द्रान॑द जी ने सहर्ष स्वीकार किया और उपस्थित संगत ने तालियों की गडगडाहट से स्वामी जी का स्वागत किया। अन्त में सभा सचिव इन्द्रजीत बिश्नोई ने अखिल भारतीय गुरु जम्भेश्वर सेवक दल मुकाम के सचिव योगगुरु ओमप्रकाश तरड गंगा के नेतृत्व में लंगर में सेवा देने वाले सभी सेवकों व डबवाली शहर के सेवादारो का आभार व्यक्त किया। आए हुए सभी मेहमानों, दूर दराज गांवों से आई संगत का सभा द्वारा आभार व्यक्त किया और सभी ने गुरु का अटूट लंगर का प्रसाद ग्रहण किया।
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