डबवाली
गांवों में लगातार उलटफेर हो रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग इनेलो से जुड़ते जा रहे हैं जिससे इनेलो-बसपा उम्मीदवार आदित्य देवीलाल की स्थिति मजबूत दिखाई देने लगी है।
गांव घुंकावाली में पीढ़ियों से कांग्रेस में रहे परिवारों ने इनेलो का दामन थामा
चुनावी महीने के पहले दिन ही कांग्रेस उस समय औंधे मुह गिरी जब विभिन्न गांवों में पीढ़ियों से कांग्रेस में रहे परिवारों ने इनेलो का दामन थाम लिया। उन्होंने कहा कि विधायक ने विकास के नाम पर सिर्फ़ वादे ही किए हैं। ज्वाइनिंग की कड़ी में गांव घुंकावाली में कांग्रेस को उस समय झटका लगा जब देव पहलवान, जवाहरलाल, महेंद्र लाल,लाभ सिंह ,खुशवंत सिंह, काला सिंह सेवक सिंह ने हाथ का साथ छोड़कर इनेलो में आस्थ जताई। दूसरी तरफ जेजेपी छोड़कर इनेलो में शामिल होने का सिलसिला भी नहीं थम रहा। सुरजीत सिंह, पोला सिंह, जगीराम, गुरसेवक सिंह, पिंडर सिंह जोधा सिंह, नेहरू सिंह व अंग्रेज सिंह ने जेजेपी छोड़कर इंडियन नेशनल लोक दल का दामन थाम लिया। इस मौके पर ग्रामीण बोले कि वे घर वापसी कर रहे हैं।
गांव गोरीवाला मे कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब घोड़ेला परिवार ने हाथ का साथ छोड़ दिया। महेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, राकेश कुमार, साहब राम, ओमप्रकाश ,ताराचंद, प्रेम कुमार, लालचंद सहित समस्त घोड़ेला परिवार ने इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी आदित्य देवीलाल के नेतृत्व में इंडियन नेशनल लोकदल की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा गांव गोरीवाला में ही शीला परिवार ने भी कांग्रेस छोड़ दी। लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े परिवार के सदस्यों कृष्ण लाल , सुनील शीला, गुलाब, चुन्नीलाल, लक्ष्मण राय सिंह, मांगेराम, सीताराम ,जगदीश ,साहिल रोशन ,अनिल ,आजाद, रवि राधेश्याम, अमित कुमार ,शंकर लाल, रामकुमार, अनिल कुमार ने कांग्रेस छोड़कर इंडियन नेशनल लोकदल प्रत्याशी आदित्य को अपना समर्थन दे दिया।
गोरीवाला गांव में तीसरा झटका कांग्रेस को छापोला परिवार ने दिया। मंगतराम छापोला, सूरजभान छापोला, रामप्रताप छापोला ,अजीत छापोला, सुशील छापोला, रवि छापोला, रामकुमार, बीरबल, राजू छापोला, पालेराम छापोला, रोहतास छापोला ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ कर इनेलो का दामन थाम लिया। चौथा झटका माहर परिवार ने दिया। सुभाष माहर, विनोद माहर व उनके साथ गोरीवाला के प्रसिद्ध राय सिंह सारण व अनिल कुमार ने भी कांग्रेस छोड़ कर इनेलो ज्वाइन कर ली।
इस कड़ी में गांव रिसालियाखेड़ा में गांव निवासी नरेश सिलग, बिंदर सिलग, नंदलाल सिलग, रामजी लाल सिलग, संदीप नगवान, रवि सिलग, चंपालाल सिलग, अजय सिलग, रिंकू चिनिया, कृष्ण आचार्य, तुलसाराम, मलकित, जसविंदर माहेर, विनोद आदिवाल, प्रहलाद सचिन सिलग, गणेशाराम तलवाड़ा, पतराम तलवाड़ा, रवि तलवाड़ा, राजेश लादोईया, शिव प्रकाश सुथार, राहुल सुथार, रोहतास आदिवाल, प्रकाश आदिवाल, दलित स्वामी और ओम मेव आदि विभिन्न राजनीतिक दलों को छोड़कर इनेलो में शामिल हो गए। सभी ने अनिरुद्ध देवीलाल के नेतृत्व में इंडियन नेशनल लोकदल में शामिल होने का निर्णय लिया है, जिससे वे अपनी समस्याओं को सही मंच पर उठाने में सक्षम होंगे। इस अवसर पर ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ समय से उन्हें गांव के मंदिरों और अन्य स्थानों पर बुलाकर धोखे से पटका पहनाया जा रहा था, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है।
यह स्थिति दर्शाती है कि ग्रामीण अब अपने विकास और कल्याण के लिए एक नई राजनीतिक दिशा की ओर बढ़ रहे हैं, जो उनकी आवश्यकताओं को समझती है। गौरतलब है कि दीपेंद्र सिंह हुड्डा हाल ही में रिसालियाखेड़ा गांव में कांग्रेस के मौजूदा विधायक के लिए वोटों की अपील करने के लिए आए थे, लेकिन उनका गांव में कोई असर दिखाई नहीं दिया।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि इस बार वे ताऊ देवीलाल की पार्टी और उनके पोते आदित्य देवीलाल को वोट देने का संकल्प ले चुके हैं। मौजूदा विधायक की पहुंच केवल कुछ चंद लोगों तक सीमित है, और ग्रामीण अब एक मजबूत विकल्प की तलाश कर रहे हैं।
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