दुष्यंत ने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके डूमरखा गांव में जाने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट साफ दिख रही है। वह उचाना हलके के 66 के 66 गांव का दौरा पूरा कर चुके हैं।पूर्व डिप्टी सीएम व जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कहा है कि जो गलती हुई है, वह दोबारा नहीं दोहराएंगे। जींद में भाजपा की रैली में अमित शाह के आगमन पर उन्होंने कहा कि चुनाव जनता को लड़ना है, मोदी आए या राहुल गांधी, इससे फर्क नहीं पड़ता। जनता सब समझती है। दुष्यंत चौटाला वीरवार को करसिंधु गांव में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।दुष्यंत ने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनके डूमरखा गांव में जाने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट साफ दिख रही है। वह उचाना हलके के 66 के 66 गांव का दौरा पूरा कर चुके हैं। भाजपा सांसद कंगना रणौत के किसानों पर दिए बयान पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सांसद की किसानों के बारे में क्या सोच है।उनका बयान बेहद आपत्तिजनक है और यह भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। एक सांसद आज किसान वर्ग को किस तरीके से देख रही है, यह स्पष्ट हो चुका है। पूर्व सीएम मनोहर लाल के जजपा की हमें जरूरत नहीं वाले बयान पर दुष्यंत ने पलटवार किया कि मैं कौन सा उनकी जरूरत की मांग का इंतजार कर रहा हूं। भाजपा को जब जरूरत थी तो उनके राष्ट्रीय लेवल के नेताओं ने उनसे बात की थी।
मेरा गला तो ठीक है, अब दुष्यंत का गला बैठेगा : बीरेंद्र सिंह
पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह वीरवार देर शाम उचाना पहुंचे और कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। उन्होंने दुष्यंत चौटाला पर पलटवार करते हुए कहा कि अब डूमरखा आए या उचाना, कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरा गला तो ठीक है, अब दुष्यंत का गला बैठेगा। इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने बीरेंद्र सिंह का गला बैठने को लेकर बयान दिया था।
कांग्रेस हाईकमान द्वारा सिटिंग सांसद, राज्यसभा सदस्य के चुनाव न लड़ने के फैसले पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इसमें यह भी फैसला है कि अगर किसी को चुनाव लड़ना है तो कांग्रेस अध्यक्ष इजाजत देंगे, फिर चुनाव लड़ सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जींद रैली में आने के सवाल पर कहा कि अब तो आना-जाना ही है, चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा। लोग सोचे कि चलो पार्टी को देखते हैं, अब तो वो देखने वाली बात भी नहीं रही है।उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि भाजपा ने जिस तरह से 10 साल राज किया है, उससे लोगों का मन भर चुका है और वो अपनी पसंद की सरकार बनाएंगे। लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाने के सवाल पर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सर्वे दो, तीन किस्म के होते हैं। मेरी राय है कि पहले यह सर्वे करवाओ कि कांग्रेस की कौन सी मजबूत सीट है। अगर 90 में से 50-55 सीट पर अच्छे लोगों को टिकट देकर भेजे तो जरूर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस, भाजपा का मुकाबला है, उन सीटों पर सर्वे कराओ कि कौन मजबूत उम्मीदवार हो सकता है।
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