चौटाला गांव के कम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विगत 1 दिसंबर से आज लगातार 15 वें दिन सभी रिक्त पदों को भरने एवं अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। संघर्षरत नेताओं की चेतावनी के अनुसार आज चौटाला गांव का संपूर्ण बाजार बंद रहा है। गांव के सभी दुकानदार व्यापारी एवं बुद्धिजीवियों ने बाजार बंद रखकर आंदोलन में भागीदारी सुनिश्चित की है।
आज बड़ी संख्या में इलाके के किसान मजदूर नौजवान दुकानदार व्यापारी बंधु धरना स्थल पर जुटे हैं। संघर्षरत किसान नेता राकेश फगोडि़या, प्रेमसुख गोदारा, सुभाष बारुपाल, व्यापार मंडल के अध्यक्ष बबलू बब्बर, सरपंच सुभाष बिश्नोई,नत्थुराम भारुखेडा़ सहित ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से कहा कि धरना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों के आंदोलनरत होने के बावजूद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए नहीं पहुंचा है। संघर्षरत ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को उनके आकाओं के फरमान हैं कि गरीब किसान मजदूर की आवाज को दबाना है। अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं आए इसमें बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र है। क्योंकि आजाद हिंदुस्तान में पहली बार आंदोलन के कारण चौटाला गांव का बाजार बंद हुआ है। जनता जागरूक हो चुकी है यह बात सत्तासीन लोगों को गवारा नहीं है। दोपहर तक ग्रामीण धरना स्थल पर अधिकारियों का इंतजार करते रहे उसके बाद एकजुट होकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे और हाईवे पर बैठकर ग्रामीणों ने सांकेतिक रूप से प्रदर्शन किया। संघर्षरत नेताओं ने कहा कि वह आम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं इसलिए आम जन को परेशान करना उनका उद्देश्य नहीं है। हाईवे पर ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद चौटाला चौकी इंचार्ज ने कहा की तहसीलदार से बात हो गई वह आपके बीच पहुंचेंगे इसलिए ग्रामीण हाईवे से वापस धरना स्थल पहुंचे थोड़ी देर में इंचार्ज ने कह दिया कि दोनों तहसीलदार छुट्टी पर है इसलिए ज्ञापन देने के लिए नहीं आ सकते हे। संघर्षरत नेताओं ने कहा कि इतने बड़े आंदोलन के बाद उपायुक्त सिरसा सीएमओ को आज दौरा करना चाहिए था। अगर हजारों लोगों की बात सुनने के लिए उपायुक्त नहीं पहुंच सकते तो स्पष्ट हो गया कि सत्तासीन लोग राजनीतिक षड्यंत्र रच रहे हैं वह गरीब किसान मजदूर को स्वास्थ्य लाभ भी देना नहीं चाहते हैं। धरना स्थल पर ग्रामीणों ने ऐलान किया की अगर विधानसभा सत्र चलने तक मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो विधानसभा सत्र में हजारों लोग चंडीगढ़ में विधानसभा का घेराव करेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे कि चौटाला गांव में विशेषज्ञ नियुक्त क्यों नहीं किए जा सकते, क्यों अव्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। संघर्षरत नेताओं ने कहा कि विधानसभा घेराव से पहले भी वह कोई बड़ा कदम उठाएंगे इसके साथ-साथ विधानसभा घेराव की तैयारियों के लिए इलाके में जनसंपर्क कर लोगों को लामबंद करेंगे। शाम 5:00 बजे डबवाली से एसएमओ ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे थे उनको ग्रामीणों ने मना कर दिया कि वह उन्हें ज्ञापन नहीं देंगे क्योंकि पहले भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दो बार ज्ञापन दे चुके हैं इसलिए भविष्य में ज्ञापन उपायुक्त सिरसा को ही देंगे। आज धरना स्थल पर अश्वनी सहारण, प्रेमसुख गोदारा, राय साहब गोदारा, सुभाष बिश्नोई सरपंच चौटाला, वार्ड पंच विनोद कुमार, वार्ड पंच अमर सिंह सहू, वार्ड पंच रेनू देवी, वार्ड पंच पवन कुमार, दयाराम उलाणिया, चौधरी कुंवर वीर सिहाग, नत्थुराम भारुखेडा़, अनील मेहरडा़, पूर्व सरपंच आत्माराम छिंपा, संदीप पुनिया, मुकेश सिवर, लीलू राम, सचिन गोदारा, भादर राम छिंम्पा, मुकेश खदरिया, सुशील गोयल, कृष्ण कुमार शर्मा, संदीप भादू,धोलू फगोडि़या, बलवंत शेखावत, प्रदीप बिश्नोई, नानूराम सुडा, विनोद बारुपाल, राजू गंडेर, रविंद्र भाट, सुनील सोलडा़, बलराम मेम्बर, सुभाष सोनी, जेपी गोदारा, मुकेश अग्रवाल, सुभाष खदरिया, शालु खदरिया सहित किसान मजदूर नौजवान दुकानदार व्यापारी बंधु उपस्थित रहे।
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