फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री करवाने के आरोपितों ने नायब तहसीलदार और तहसील कार्यालय पर लगाए गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप, "₹50,000 न दिए तो खुद बनाए फर्जी दस्तावेज"
डबवाली, 29 नवंबर: डबवाली लघु सचिवालय में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री करवाने के आरोपितों ने नायब तहसीलदार और तहसील कार्यालय पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। धरने पर बैठे आरोपित प्रॉपर्टी डीलर संजीव शर्मा विक्की, वार्ड नंबर 3 के पार्षद प्रतिनिधि साहिल और नंबरदार गुरचरण टोहरा ने तहसील में बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का खुलासा किया।
"₹50,000 न दिए तो खुद बनाए फर्जी दस्तावेज"
आरोपितों ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार ने ₹50,000 की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने कहा कि जब पैसे नहीं दिए गए, तो नायब तहसीलदार ने खुद फर्जी दस्तावेज बनाकर मामले को अंजाम दिया।
"हर हफ्ते 10-15 लाख रुपए की रिश्वत"
आरोपितों ने तहसील कार्यालय पर जमकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यहां हर हफ्ते 10 से 15 लाख रुपए रिश्वत के रूप में वसूले जाते हैं।
नायब तहसीलदार के बैंक खातों की जांच की मांग
आरोपितों ने नायब तहसीलदार के बैंक खातों की जांच करवाने और भ्रष्टाचार के इस मामले की गहन जांच की मांग की है। वहीं, इस घटना से प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
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