पंजाब के लुधियाना में ATM कैश कंपनी CMS में हुई 8.49 करोड़ की लूट को पुलिस ने सुलझा लिया है। लूट में शामिल 6 लुटेरों को गिरफ्तार कर 5 करोड़ रिकवर कर लिए गए हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि एक महिला ने CMS कंपनी के कर्मचारी के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया। इस वारदात में कुल 10 लोग शामिल थे। हालांकि इसकी मास्टरमाइंड 'डाकू हसीना' मनदीप कौर गिरफ्तार नहीं हो सकी है। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी कर दिया गया है। इस लूट में मनदीप कौर के साथ उसका पति और भाई भी शामिल था।
1. लूट के 2 मास्टरमाइंड
इस वारदात के 2 मास्टरमाइंड हैं। पहली मनदीप कौर और दूसरा मनजिंदर मनी। मनी 4 साल से इसी कंपनी का कर्मचारी है। इन्होंने 8 और आरोपियों को अमीर बनाने का सपना दिखाकर साथ मिलाया और वारदात की।
2. वारदात के लिए 2 मॉड्यूल बनाए
लूट की वारदात के लिए 2 मॉड्यूल बनाए गए थे। एक मॉड्यूल में मनजिंदर मनी और 2 बाइक पर कुल 5 लोग थे। दूसरे मॉड्यूल में क्रूज कार में मनदीप कौर और उसके साथ 4 लुटेरे शामिल थे।
3. 5 महीने से चल रही थी प्लानिंग
मनजिंदर मनी CMS कंपनी में काम करता था तो वहां के बारे में हर बात से वाकिफ था। उसे पता था कि यहां कैश किस हालत में रखा जाता है। कंपनी में सिक्योरिटी के लिहाज से कौन-कौन से लूज प्वाइंट हैं। उसने मनदीप कौर के साथ मिलकर इसकी साजिश रची। जनवरी महीने से इसकी प्लानिंग चल रही थी।
4. शुक्रवार को ही लूट क्यों की?
मनजिंदर मनी को पता था कि शनिवार और रविवार को ATM में कैश नहीं डाला जाता। इसलिए कंपनी में शुक्रवार को कैश ज्यादा होता है। इसी वजह से शुक्रवार का दिन लूट के लिए चुना गया।
5. किसी ने मोबाइल यूज नहीं किया
इन सभी 10 आरोपियों में से किसी ने भी मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया था। इसी वजह से लोकेशन के जरिए इन्हें ट्रेस नहीं किया जा सका।
6. एक लुटेरे ने इंस्टाग्राम पर रील डाली
लूट की मास्टरमाइंड मनदीप कौर के भाई ने इंस्टाग्राम पर नोटों की रील डाली थी। जिसमें 500-500 रुपए के नए नोटों की गडि्डयां कार के डैशबोर्ड पर रखी हैं। इससे भी पुलिस को उनके वारदात किए जाने पर शक हुआ।
7. लुटेरों की कैश वैन में फ्लिकर चल रहा था
लुटेरे जिस कैश वैन में लूट की रकम ले गए, उसका फ्लिकर चल रहा था, जिसके बारे में कोई जानकार या सिर्फ ड्राइवर ही जानता है। इस वजह से कंपनी के कर्मचारी पर शक था। वारदात के दिन भी मनजिंदर मनी गाड़ी चला रहा था।
8. अमाउंट को लेकर भी अंतर
कंपनी की बताई लूट की अमाउंट और लुटेरों के कबूलनामे के बाद रकम में अंतर आया है। लुटेरों ने कहा कि 2 बैग में 3-3 करोड़ और तीसरे में DVR ले गए थे। मगर, कंपनी ने पहले 7 करोड़ और फिर इसे बढ़ाकर 8.49 करोड़ की लूट बता दिया। पुलिस का कहना है कि जब सारे लुटेरे पकड़े जाएंगे तो पूरी अमाउंट क्लियर हो जाएगी।
9. विदेश जाना चाहता था मनजिंदर
मनजिंदर रातोंरात होकर अमीर होना चाहता था। इसलिए उसने मनदीप कौर के साथ मिलकर यह वारदात की। दूसरे आरोपियों की भी अभी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं मिली। ऐसे में सबको अमीर बनाने का सपना दिखाया गया।
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