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धान खरीद केंद्रों पर उठे सवाल, किसान प्रतिनिधियों ने मांगी जानकारी

Writer: News Team LiveNews Team Live

डबवाली

भारतीय किसान यूनियन चढूनी डबवाली के कानूनी सलाहकार व मीड़िया प्रभारी एडवोकेट खुशदीप सिंह सरां व अन्य किसान प्रतिनिधियों ने डबवाली क्षेत्र के धान खरीद केंद्रों पर घोटाले की आशंका जताते हुए मार्केट कमेटी से खरीद केंद्रों से संबंधित विस्तृत जानकारी उजागर करने की मांग की है। इस संबंध में प्रतिनिधियों ने डबवाली नोटिफाइड एरिया में केएमएस 2022-23 के दौरान धान केंद्रों के मानदंडों व संख्या की जानकारी देने के लिए सोमवार को एसडीएम डबवाली व मार्के ट कमेटी सचिव को मांग पत्र सौंपे।

खुशदीप सिंह सरां ने बताया कि नई अनाज मंडी के गेट बंद हैं और कहा गया है कि बाहरी राज्यों के धान को रोकने के लिए ऐसा किया है। परंतु ओपन खरीद केंद्रों में बाहरी राज्यों से आने वाले धान को रोकने के लिए कोई भी प्रबंध नजर नहीं आ रहा। वहीं, अन्य नॉर्म्स भी पूरे दिखाई नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि जुडला-असंध मंडी में 15 करोड़ के गबन का मामला सामने आ चुका है व 6 मिलों के कॉन्ट्रेक्ट भी रद्द करने की प्रक्रिया जारी है। ऐसे में उन्होंने सोमवार को एसडीएम कार्यालय व मार्केट कमेटी कार्यालय में विभिन्न जानकारी लेने के लिए मांग पत्र दिए हैं। उन्होंने बताया कि मांग पत्र में खरीद केंद्रों की संख्या, विस्तृत पता, वहां कार्यरत आढ़ती फर्मों, जरूरी सुविधाओं की जानकारी के अलावा यह भी पूछा है कि सफाई, तुलाई, नमी मापक उपकरण प्रति फर्म कितने आवश्यक हैं। वहीं, यह भी पूछ है कि एक खरीद केंद्र पर कितनी फर्में होनी चाहिए, केंद्रों पर गेट पास अन्य कितने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, धान सुरक्षा के लिए प्रति फर्म कितनी तरपालें, क्रेट व अन्य आवश्यक सामग्री जरूरी है और सबसे अहम बात, कितने खरीद केंद्रों के आवेदन आए , कितने मंजूर किए व जो रिजेक्ट हुए वह किस आधार पर किए गए। इस अवसर पर राजेंद्र कुमार, लखविंद्र सिंह, संजय मिढ़ा, अमृतपाल, नैब सिंह, वैद पाल लखुआना सहित अन्य किसान साथ थे।

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