नशे से पिता की मौत के 9 दिन बाद बेटे की भी गई जान, लोग बोले- 5 माह में 10 तो गए; अब 20 की और तैयारी
डबवाली कोर्ट के सामने स्थित इंदिरा नगर मोहल्ला की टिब्बा कॉलोनी में सोमवार को एक नशा पीड़ित युवक की संदिग्ध अवस्था में घर में मौत हो गई। वह मजदूरी करता था और उसके मजदूर पिता की भी 9 दिन पहले 27 अप्रैल को नशा वृत्ति के चलते मौत हो चुकी है। हालात इतने बदतर है कि किराए के मकान में दादी के साथ रह रहे अब 2 पोते और एक पोती घर में हैं जिनमें एक नाबालिग की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। इंदिरा नगर कॉलोनी में रवि तस्कर के दो बेटों और एक बहू की भी पिछले दो माह में मौत हो चुकी है। मोहल्ले में 5 माह के दौरान नशावृत्ति पीड़ित 10 लोगों जसकरण, काकू, राजू व उसकी पत्नी, काका, काला, गोरी, पाला, कालू और भेजू की मौत हो गई। इसके बावजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी कोई मुस्तैदी नहीं कर रहे हैं। डरे हुए मोहल्ला वासी बताते हैं कि यहां अगले 2 महीने में 20 और नशा पीड़ित मरने वाले हैं और बचाने व इलाज कराने को कोई सहयोग नहीं करता। नशे के बारे में किसी को शिकायत करते हैं तो तस्कर गैंग उन्हें टारगेट करती है और पुलिस भी साथ देती है।
पुलिसकर्मी के बेटे की भी नशे से हो चुकी है मौत
मोहल्लावासी बताते हैं कि इस इलाके में रहने वाले एक पुलिसकर्मी के बेटे की भी मौत हो चुकी है लेकिन नशे वालों के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं करवाता है। मोहल्ला वासियों ने बताया कि पंजाब से यहां आकर रहने लगे मजदूर जसकरण सिंह पुत्र फन्नी सिंह की बीती 27 अप्रैल को मौत हो गई थी। उसकी वृद्ध मां जीतो कौर घर में पेंशन से गुजारा करती है जबकि पोते गुरशरण, गुरभेज उर्फ भेजूं मजदूरी करते थे जबकि नाबालिग गुलु बीमार रहता है। उनकी सबसे छोटी नाबालिग पोती भी गरीबी के चलते स्कूल में एडमिशन और दूरी के चलते स्कूल तक नहीं जा पा रही है। अब 8 मई को सुबह गुरभेज उर्फ भेजू कि अचानक दर्द होने के बाद मौत हो गई जिसका दिन में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक गुरभेज के भाई गुरशरण सिंह ने कहा कि मेरा छोटा भाई पंजाब की जेल में रहने के दौरान काला पीलिया पीड़ित हो चुका है उसका इलाज करवाने के लिए डबवाली से रेफर कर दिया लेकिन हमारे पास पैसे नहीं होने से घर ले आए। सुबह गुरभेज के बदन दर्द हुआ और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। अब भाई और पिता की मौत हो जाने से मुझे कुछ नहीं सूझ रहा है। किस पर आरोप लगाए और किस पर भरोसा करें। कोई अपना नहीं। सब पैसे खाते हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है नशा : मोहल्लावासी
मोहल्लावासियों ने बताया कि इलाके में बड़े नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से नशा तस्करी काफी समय से चल रही है। उनके गली मोहल्ले में केसु और सतु गैंग ज्यादा सक्रिय है जिसके सदस्य छोटी-छोटी मात्रा में नशा इलाके में सप्लाई करते हैं इसमें नाबालिग बच्चों को भी इस्तेमाल किया जा रहा है और महिलाओं को भी, मोहल्ले में कई लोगों पर केस भी बने हुए हैं लेकिन जमानत होकर आने के बाद ज्यादातर लोग उसी गिरोह में जुड़ जाते हैं।
नशे से मौत होने पर पुलिस को दें सूचना : डीएसपी
अगर किसी की नशे से मौत हुई है तो परिजन पुलिस को सूचना दें और नशा देने वालों का नाम बताएं हम कार्रवाई करेंगे। सिटी एसएचओ से मोहल्ले में नशा वृत्ति की स्थिति और दस्त के बारे में रिपोर्ट दी जाएगी और उचित एक्शन लेंगे। मोहल्लावासी डरें नहीं पुलिस को बताएं।
- कुलदीप बेनीवाल, डीएसपी, डबवाली व नोडल अधिकारी, नशामुक्ति टीम।
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