जालंधर
कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने में हो रही देरी संबंधित पनबस-पी.आर.टी.सी. ठेका कर्मचारी यूनियन ने संघर्ष का बिगुल बजाते हुए चक्का जाम करने की चेतावनी दी है। विभाग द्वारा लगाई गई शर्तों और लगातार आ रही रिपोर्ट को लेकर नियमों में बदलाव की मांग प्रमुखता से उठाई गई। उन्होंने कहा कि यदि तत्काल प्रभाव से कार्रवाई नहीं की गई तो विभाग को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। इसी कड़ी में आगे के प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करने के लिए बस स्टैंड पर यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक बुलाई गई, जिसमें पंजाब के सभी 27 डिपो के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया और अपने विचार सांझा किए।
बैठक से पहले बस स्टैंड पर सरकार विरोधी प्रदर्शन कर विभाग व सरकार की नीतियों की आलोचना की गई। प्रवक्ताओं ने कहा कि इसी कड़ी के तहत आपसी सहमति से प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन की तैयारी की गई है, ताकि विभागीय अधिकारियों को कुंभकर्णी नींद से जगाया जा सके। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल और महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रवक्ताओं ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने को लेकर दिए गए आश्वासन खोखले साबित हो रहे हैं। विभाग द्वारा कच्चे कर्मचारियों को परेशान करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, जिससे यूनियन में रोष बढ़ता जा रहा है। गिल और ढिल्लों ने कहा कि बसों में अधिक यात्री होने पर कंडक्टरों और ड्राइवरों को रिपोर्ट और अन्य विभागीय जांच का सामना करना पड़ता है।
इसके चलते यूनियन ने निर्णय लिया है कि 23 जनवरी से बसों में यात्री बैठाने संबंधी कानून का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इस सीरीज के तहत बसों में सीटों के हिसाब से 52 से ज्यादा यात्री नहीं बैठाए जाएंगे। हालांकि अभी के समय में बसों में 80 से अधिक यात्री सवार होते हैं, जिसके कारण बसें ओवरलोड हो जाती हैं और दुर्घटनाओं का डर बना रहता है, जिसके कारण आने वाले दिनों में कोई भी सरकारी बस ओवरलोड होकर नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि पंजाब रोडवेज, पनबस और प. आर.टी. सी. के किसी भी ठेका कर्मचारी को अभी तक पक्का नहीं किया गया है।
Comments