सिरसा,
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि घग्घर नदी में आए अधिक पानी से बनी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन आबादी वाले क्षेत्रों को बचाने की योजना के साथ राहत व बचाव कार्य कर रहा है। बाढ़ को नियंत्रण करने व इससे बचाव के लिए तमाम संसाधन उपयोग में लगाए गए हैं तथा पूरी मशीनरी व मैनपावर को फील्ड में तैनात कर दिया गया है। आपदा की इस स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का भी बखूबी सहयोग मिल रहा है। मिल-जुलकर कार्य करने का ही परिणाम है कि अब तक स्थिति पर काबू पाया जाना संभव हो पाया है। कहीं कोई लीकेज की समस्या आती है तो उसे भी तुरंत बंद कर दिया जाता है।
उपायुक्त ने आज विभिन्न गांवों का दौरा करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उनके साथ पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे। उपायुक्त ने कहा कि घग्घर नदी का लेवल पीक पर पहुंच चुका है, अब जलस्तर बढऩे की उम्मीद कम है। बाढ़ से आबादी अधिक प्रभावित न हो, इसी योजना के साथ प्रशासन राहत व बचाव कार्य चलाए हुए है। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि किसी भी तरह से आबादी में पानी का प्रवेश न हो। ग्रामीण आपसी भाईचारे के साथ इस आपदा से निपटने में सहयोगी बनें और कोई भी दिक्कत या समस्या है, उसे शांतिपूर्वक तरीके से हल करें।
उन्होंने कहा कि पीछे रिपोर्ट के आधार पर कहा जा सकता है कि अब घग्घर का फ्लो लेवल का पीक हो चुका है। अब जलस्तर और बढऩे की उम्मीद कम है। इसलिए अभी तक स्थिति कंट्रोल में है। इससे पूरी तरह से निपटने में अभी हमें सतर्क व सचेत रहना है और आपस में मिलजुलकर इससे सफलता प्राप्त करनी है। उन्होंने ग्रामीणों से पुन अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें और आपसी भाईचारा बनाए रखें। पानी भराव को लेकर कोई समस्या या दिक्कत होती है, तो उसका आपस में मिल बैठकर समाधान निकालें। अभी तक किसी भी आबादी में पानी का प्रवेश नहीं हुआ है और प्रशासन का उद्देश्य भी यही है कि किसी भी तरह से बाढ़ से आबादी को बचाया जाए।
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