डबवाली
दिन प्रतिदिन बढ़ रही महंगाई की मार ने लोगों की कमर तोड़ रखी है, पेट्रोल-डीजल के बाद अब रसोई गैस सिलेंडर के दाम में की गई 50 रुपए की बढ़ोतरी असहनीय है। गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों के घरों का बजट महंगाई के कारण इतना गड़बड़ा चुका है कि लोगों के लिए अपने बच्चों को दो वक्त का खाना खिलाना भी मुश्किल हो गया है। यह बात पूर्व पार्षद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रविंद्र बिंदु ने शनिवार को जारी एक प्रेस बयान में कही।
उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है तभी से महंगाई अनियंत्रित है। करीब 400 रुपए में मिलने वाला रसोई गैस का सिलेंडर लोगों को 985 रुपए में खरीदना पड़ रहा था। एक तरफ लोग सिलेंडर के दाम कम करने की मांग कर रहे है तो वहीं अचानक सिलेंडर की कीमत 50 रुपए और बढ़ाकर 1035 रुपए कर दी गई है। आम आदमी के लिए सिलेंडर खरीदना बिल्कुल ही बजट से बाहर की बात हो गई है। इससे पहले पेट्रोल-डीजल के दाम इतने बढ़ा दिए गए हैं कि उसका असर केवल वाहन चालकों पर नहीं बल्कि आम आदमी पर ज्यादा पड़ रहा है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से किराए-भाड़े इतने अधिक बढ़ गए है कि आम जनता के प्रयोग में आने वाला हर सामान महंगा हो रहा है। राशन के सामान से लेकर तेल, घी व सब्जियों तक के दाम इतने बढ़ गए हैं कि गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि वह अपने घर को कैसे चलाएं और परिवार का पेट कैसे पालें? ऐसे में लोग परेशानियों से बुरी तरह जूझ रहे हैं। रविंद्र बिंदु ने कहा कि आमजन के ऐसे मुश्किल हालातों से केंद्र की मोदी सरकार ने पूरी तरह से मुंह मोड़ रखा है। सरकार द्वारा महंगाई को कम करने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहे, उल्टे रसोई गैस जैसी जरूरी चीजों के दाम भी बढ़ाए जा रहे हैं। इस बीच जब भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल लोगों को गोबर गैस प्लांट लगाने की सलाह देती हैं तो वह गरीब व मध्यमवर्गीय लोगों का मजाक उड़ाती प्रतीत होती है। रविंद्र बिंदु ने कहा कि देश में पहली बार ऐसी जनविरोधी सरकार बनी है जिसे आमजन की दिक्तों व समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। यह स्थिति लोकतंत्र के लिए बहुत ही खतरनाक व शर्मनाक है।
Comments