डबवाली दिवंगत बेटी महक की याद में बन रहे स्कूल का झूठा श्रेय लेने वाले सत्तापक्ष के स्थानीय नेता को कटघरे में खड़ा करते हुए विधायक अमित सिहाग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है।पोस्ट में उन्होंने तथ्यों सहित स्कूल के निर्माण के लिए किए गए उनके प्रयासों को जनता के समक्ष रखते हुए वास्तविकता बयां की है।
सिहाग ने पोस्ट के माध्यम से कहा है कि उनके द्वारा जनहित में किए गए प्रयासों को कुछ स्थानीय राजनीतिक लोग केवल कॉपी पेस्ट करने का काम करते हैं और लोगों को भ्रमित करने मैं लगे रहते हैं।उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में बेटी महक के साथ हुए जघन्य अपराध को कभी भुलाया नहीं जा सकता और उस समय कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री के ओएसडी वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ केवी सिंह ने सबसे पहले सहायता का हाथ पीडित परिवार की और बढ़ाया था।उन्होंने बताया कि डॉ केवी सिंह ने परिवार को अपने निजी कोष से आर्थिक सहयोग देने का काम किया था और इसके साथ ही उन्होंने सीएम रिलीफ फंड से भी परिवार को सहयोग राशि दिलवायी थी।
सिहाग ने बताया कि पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक रहे इसके लिए डॉ सिंह ने बेटी महक के भाई को कॉन्ट्रैक्ट पर बिजली विभाग में नौकरी भी दिलवाई थी जिस पर वह आज भी कार्यरत हैं।इसके साथ ही उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने के लिए पुरजोर प्रयास किये और दोषियों को जल्द सज़ा दिलाने तक परिवार के साथ खड़े रहे।
सिहाग ने कहा कि गत दिवस उन्होंने अखबारों में पढ़ा की बेटी की महक की याद में बन रहे स्कूल को बनवाने में एक सत्तापक्ष के स्थानीय नेता उस विधायक को श्रेय दे रहे हैं,जो वर्ष 2014 में सरकार बदलने के बाद यहां से विधायक थे और उन 5 सालों में उन्होंने इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाले रखा तथा स्कूल बनवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए।सिहाग ने कहा कि वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने आमजन से वायदा किया था कि अगर वह चुनाव जीते हैं तो वह इस स्कूल बनवाने की मांग को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे और उसी वायदे के अनुसार उन्होंने विधायक बनते ही इस दिशा में अपने प्रयास शुरू किए थे।
अमित सिहाग ने बताया कि मार्च 2020 के विधानसभा सत्र में उन्होंने सबसे पहले इस स्कूल के लिए आवाज बुलंद करते हुए सरकार से प्रश्न किया था। जिस पर सरकार ने उन्हें लिखित में जवाब दिया था कि सरकार यहां स्कूल बनाने को तैयार है और इसके लिए करीब 90 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। सिहाग ने बताया कि उन्होंने सरकार से जवाब मांगा की स्कूल का निर्माण कार्य कब शुरू होगा तब सरकार ने विधानसभा में उन्हें जवाब दिया था कि अप्रैल 2020 में निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सिहाग ने बताया कि स्कूल के निर्माण कार्य में विलंब होते देख उन्होंने जुलाई 2020 में मुख्यमंत्री हरियाणा माननीय मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात कर स्कूल को शीघ्र बनवाने की मांग की थी और मुख्यमंत्री महोदय ने उन्हें जल्द ही स्कूल का निर्माण कार्य शुरू करवाने का विश्वास दिलाया था। सिहाग ने बताया कि इसके बाद 11 अगस्त को स्कूल के निर्माण के लिए वर्कआर्डर जारी किए जाते हैं और 15 अक्टूबर को बेटी महक के परिजनों से उन्होंने स्कूल का नींव पत्थर रखवाया था।
विधायक ने बताया कि इसके बाद स्कूल बनाने का काम शुरू हो गया था लेकिन मामला कोर्ट में चले जाने के बाद स्टे मिलने के चलते निर्माण कार्य को रोक दिया गया था और अब फैसला आने के बाद काम दोबारा शुरू हो गया है।
सिहाग ने कहा कि जो स्थानीय सत्तापक्ष के नेता इसका झूठा श्रेय ले रहे हैं और उनके द्वारा करवाए गए कामों को कॉपी पेस्ट कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं उन्हें सत्ता पक्ष में होते हुए सकारात्मकता दिखाते हुए जनहित में काम करने चाहिए ताकि हलका डबवाली भी उन्नति की तरफ अग्रसर हो सके। उन्होंने कहा कि डबवाली हलके के विकास के लिए वे लगातार प्रयासरत रहेंगे और जनहित में डबवाली के हर मुद्दे को उठाकर उसका समाधान करवाने का प्रयास करेंगे।
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