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विनेश फोगाट समेत 8 खिलाडी पहुचे सुप्रीम कोर्ट, खापों और राजनीतिक पार्टियों से मांगा समर्थन

नई दिल्ली | भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर- मंतर पर पहलवानों का धरना सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. इस बीच विनेश फोगाट समेत 8 पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं. उन्होंने कोर्ट से बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से समर्थन मांगा. उन्होंने खापों से माफी मांगी और कहा, ‘पिछली बार हमसे गलती हुई थी. हमारे साथ राजनीति हुई. हमें झांसे में ले लिया गया.


आज हम आप सभी की बहुत जरूरत है. हमें प्रोत्साहन दें. सुबह बजरंग पुनिया ने कहा था कि इस मंच पर सभी राजनीतिक दलों का स्वागत है. हालांकि, जनवरी में हुए प्रदर्शन के दौरान किसी भी राजनीतिक दल को मंच पर जाने की इजाजत नहीं थी.



दिल्ली पुलिस ने मांगी रिपोर्ट


दिल्ली पुलिस ने भारतीय ओलंपिक संघ और केंद्रीय खेल मंत्रालय द्वारा गठित दोनों जांच समितियों से रिपोर्ट मांगी है. इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने सांसद बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है. बजरंग पूनिया ने कहा ‘इस बार हमारे धरने में शामिल होने के लिए सभी पार्टियों का स्वागत है, चाहे वह बीजेपी हो, कांग्रेस हो आप हो या कोई और पार्टी. हम किसी पार्टी से नहीं जुड़े हैं. पिछली बार जनवरी में पहलवानों ने किसी भी दल के नेताओं को मंच पर नहीं आने दिया था.


खिलाड़ियों को मिला साथ

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पूछा कि सरकार बेटी बचाओ का नारा किस मुंह से देती है. देश की बेटियां पिछले 3 महीने से न्याय के लिए भटक रही हैं. देश के भविष्य के साथ सिर्फ इसलिए खिलवाड़ किया जा रहा है क्योंकि जिस व्यक्ति पर आरोप लगाया जा रहा है वह बीजेपी का सांसद है.


हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खिलाड़ियों का समर्थन किया है. हुड्डा ने ट्वीट कर कहा- पूरी दुनिया में देश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को न्याय के लिए अगर धरने पर बैठना पड़ रहा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है.


सांसद बृजभूषण पर पहलवान के ये आरोप

विनेश फोगाट ने सोमवार सुबह कहा ‘सभी को नमस्कार, जैसा कि आप सभी जानते हैं, 3 महीने पहले हमने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठाई थी. सरकार ने एक कमेटी बनाई थी. 4 हफ्ते का समय मांगा था. हम 3 महीने से इंतजार कर रहे हैं, आज भी हमारे साथ इंसाफ नहीं हुआ.’

उन्होंने कहा, ‘दो दिन पहले हम थाने गए थे. जहां 7 युवतियों ने बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई करने की तहरीर दी है. शिकायत में मांग की है कि बृजभूषण द्वारा किए गए शारीरिक शोषण पर कार्रवाई की जाए. पुलिस हमारी एफआईआर भी दर्ज नहीं कर रही है. जिसके बाद, वे जंतर- मंतर पर इंतजार करने आए हैं.


रविवार की पहलवानों ने फुटपाथ पर बिताई रात

रविवार की पूरी रात पहलवान ने सड़क पर बिताई. वहीं, सो गए देर रात विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने भी एक वीडियो जारी कर लोगों से जंतर- मंतर पर समर्थन के लिए पहुंचने की अपील की.


क्या हुआ पूरे मामले में, जानिए 5 प्वाइंट्स में

18 जनवरी, दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना शुरू: पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना शुरू किया. विनेश फोगाट ने रोते हुए आरोप लगाया कि फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच ने नेशनल कैंप में महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया.

विनेश ने यह भी कहा कि बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में ठहरते थे जो नियमों के खिलाफ है. टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने मुझे नकली सिक्का कहा था.

उसी दिन संघ अध्यक्ष बृजभूषण सामने आ गए. उन्होंने कहा- किसी तरह का कोई उत्पीड़न नहीं हुआ है. अगर ऐसा निकला तो मुझे फांसी पर लटका दिया जाएगा. उन्होंने धरने को प्रायोजित बताते हुए इसके पीछे हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को बताया. उन्होंने कहा था कि अब ये खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर भी खेलने के योग्य नहीं हैं.

19 जनवरी, केंद्रीय खेल मंत्री से बातचीत, फिर धरना: खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की करीब पौने चार घंटे तक बातचीत हुई. उन्हें कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा गया. पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाने की मांग की.

20 जनवरी: खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से बात करने के बाद खिलाड़ियों ने फिर से जंतर- मंतर पर धरना शुरू कर दिया. यहीं से आंदोलनकारी खिलाड़ियों ने ऐलान किया कि जब तक न्याय नहीं मिलता वे किसी भी खेमे में शामिल नहीं होंगे. तभी से मामला पेचीदा बना हुआ है.


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