हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ द्वारा आयोजित शिक्षा बचाओ - स्कूल बचाओ जींद रैली में सिरसा जिला से हजारों की संख्या में अध्यापक व अन्य कर्मचारी शामिल हुए हैं । यह जानकारी देते हुए हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान गुरमीत सिंह, जिला सचिव बूटा सिंह व जिला प्रैस सचिव कृष्ण कायत ने बताया कि सार्वजनिक शिक्षा का निजीकरण करने की चालें, स्कूल मर्जर और लड़कियों के स्कूलों सहित विभिन्न स्कूलों को बंद करने, चिराग योजना, नित प्रतिदिन शिक्षकों पर थोपे जा रहे गैर शैक्षणिक कार्यों तथा शिक्षकों के खिलाफ उत्पीड़न की कार्यवाहियों के विरोध में जींद रैली में सिरसा से अध्यापकों के अलावा जिले के सभी विभागों से हजारों कर्मचारी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि 14503 सरकारी स्कूलों में से 4801 स्कूलों को मर्ज करके सरकार सार्वजनिक शिक्षा को धीरे धीरे समाप्त करने का अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं।
शिक्षा विभाग में पहले तो अव्यवहारिक रेशनलाइजेशन नीति से अध्यापकों की भारी कमी कर दी गई और अब सुनियोजित तरीके से अध्यापक जैसे महत्वपूर्ण पद पर भी कौशल रोजगार निगम से अस्थाई भर्तियां करनी आरंभ कर दी हैं। जिससे सार्वजनिक शिक्षा का ढांचा धीरे धीरे निजी हाथों में सौंपा जा सके। जनशिक्षा को पूरी तरह तहस नहस करने वाली इन नीतियों का विरोध करने पर बड़ी बेशर्मी के साथ राजद्रोह जैसे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं और अध्यापकों को निलंबन जैसी कार्यवाहियों से डराने की घटिया चाले चली जा रही है।हरियाणा सरकार की इस तरह की तानाशाही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसलिए अध्यापक नेताओं पर बनाए झूठे मुकदमे वापस लेने, स्कूलों को बंद करने की पॉलिसी वापिस लेने, अव्यवहारिक रैशनेलाइजेशन नीति वापस लेने आदि मांगों को लेकर 29 दिसंबर की विशाल रैली में,अध्यापक, कर्मचारी, मजदूर, परियोजना कर्मी, किसान, अभिभावक, छात्र, बुद्धिजीवी व तमाम सहयोगी संगठन शामिल हुए हैं । सभी कैप्ट पोस्ट खोलते हुए दूरदराज गए अध्यापकों को दोबारा मौका देकर नजदीकी स्कूलों में तबादले करना, चिराग योजना वापिस लेने, नई शिक्षा नीति रद्द करने, खाली पड़े रिक्त पदों पर कौशल रोजगार निगम की बजाए स्थाई भर्ती करने, हर बच्चे को हर विषय का अध्यापक उपलब्ध करवाने आदि मांगों को लेकर लोग लामबंद हो गए हैं व हजारों की संख्या में इस ऐतिहासिक रैली का भाग बने हैं । अकेले डबवाली ब्लाक से चार बसें व अन्य निजी वाहनों में भी अध्यापक व अन्य कर्मचारी जींद रैली में शामिल होने गए हैं ।
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