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सरकारी नौकरी लगवाने का दिया था झांसा 41 लाख की धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज


टोहाना

टोहाना के गांव भोड़ी के कुछ ग्रामीणों को सरकारी नौकरी दिलाए जाने पर लाखों रुपए की ठगी होने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने गांव भोड़ी निवासी रामफल की शिकायत पर चीका निवासी रविंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

पुलिस को दी शिकायत में गांव भोड़ी निवासी रामफल ने बताया कि उसका बेटा विनोद कुमार सरकारी नौकरी के लिए हिसार में पीजी में रह कर अपनी नौकरी की तैयारी कर रहा था। इस दौरान उसको रविन्द्र मिला जो अपने आप को बीएसएनएल कंपनी में जेई बताता था। उसने बताया कि उसके पिता व भाई सरकारी नौकरी दिलवाने का काम करते हैं। उसके बाद उसने अपने पिता से उसकी पहचान करवाई। फिर वह उनके बहकावे में आ गया। फिर उनकी नजदीकियां बढ़ी और घर पर भी आना जाना होने लगा। अपने विश्वास में लेने के बाद रविंद्र के पिता ने कहा कि अब हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन में क्लर्क की भर्ती निकली हुई है। अगर उसमें किसी का काम करवाना है तो बता देना। इस पर उसने कहा कि विनोद को लगवा दो।



उसके बाद दस लाख रुपए में बात तय हुई। इस पर उसने 20 सितंबर 2019 को साढ़े तीन लाख रविन्द्र के खाते में डाल दिए। फिर ज्वॉइनिंग लेटर के नाम पर 5 लाख रुपए ओर ले लिए। उसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग में क्लर्क का ज्वॉइनिंग लेटर आया और डेढ़ लाख रुपए ले गया। इसी तरह उसने उसके ही परिवार के संदीप कुमार को नौकरी लगवाने के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपए ले लिए। इसी गांव के हरीश कुमार को भी झज्जर कोर्ट में क्लर्क की नौकरी लगवाने का झांसा देकर दस लाख रुपए ले लिए। इसी तरह से उनके ही परिवार की पूजा को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन में क्लर्क के लिये साढ़े नौ लाख रुपए ले गया। इसी तरह ही नवीन कुमार ने भी झज्जर कोर्ट में क्लर्क के पद पर सीधी भर्ती के लिए दस लाख रुपए ऐंठ लिए। उसके बाद ज्वॉइनिंग के लिए थोड़ा समय करते हुए छह महीने का समय बीत गया। फिर उन्हें पता चला कि रविंद्र फर्जीवाड़े के केस में जेल गया हुआ है। इससे उनके परिवार वालों को आशंका हुई कि कहीं उनके साथ धोखा तो नहीं हो गया।


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