*भ्रामक, बिना पुष्टि की गई, तथ्यहीन खबरों को सोशल मीडिया , यू ट्यूब चैनलों में डालने या अन्य जगह प्रसारित,प्रकाशित करने पर की जाएगी सख्त कार्यवाही ।*
*डीएसपी साधु राम के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम रखेगी सोशल मीडिया पर रहेगी पैनी नजर।*
*सोशल मीडिया पर बेबुनियाद व आधारहीन वीडियो अपलोड कर लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई ।*
सिरसा --- सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाने वालों को अब जेल जाना पड़ सकता है, सोशल मीडिया के माध्यम से झूठी तथा बेबुनियाद खबरें और अफवाहें फैला कर समाज में सांप्रदायिक दंगे, भ्रम, घृणा,दहशत और दुश्मनी फैलाने वालों को अब 3 साल तक की सजा हो सकती है । पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अर्पित जैन ने इस संबंध में बताया कि डीएसपी मुख्यालय साधुराम पर आधारित पुलिस टीम सोशल मीडिया पर जिला पुलिस से संबंधित फर्जी व आधारहीन खबरों की जांच कराएगी और झूठी खबर परोसने वाले लोगों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज कराएगी, क्योंकि झूठी और बेबुनियाद खबरें समाज में अशांति फैलाने और संप्रदायिकता व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है जोकि अपराध की श्रेणी में आता है । उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर झूठी तथा बिना किसी पुष्टि के भ्रामक प्रचार करने वालों पर नजर रखने के लिए डीएसपी साधु राम की अध्यक्षता में साइबर थाना के एक्सपर्ट शामिल किए गए हैं जो जिला से संबंधित सोशल मीडिया पर सभी खबरों पर नजर रखेंगे तथा झूठी अफवाह फैला कर समाज को भ्रमित करने वालों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं, इस दौरान कुछ लोग समाज में भ्रम तथा अफवाह फैलाने के लिए पोस्ट तैयार कर सोशल मीडिया पर डाल देते हैं, जिससे घरों में बैठे लोगों के बीच दहशत फैल जाती है । उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति गलत अफवाह फैलाने वाले पोस्ट करेगा तो मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा । पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने जिला के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे फेसबुक, टि्वटर तथा इंस्टाग्राम इत्यादि पर साइबर हेल्प डेस्क की मदद से पैनी नजर रखें तथा झूठी व बेबुनियाद खबरें सोशल मीडिया पर प्रसारित कर समाज में भ्रम तथा दहशत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें।
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