हरियाणा में पंचायत चुनाव 30 सितंबर से पहले होंगे। इसको लेकर शुक्रवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिए। राज्यपाल ने कहा कि चुनाव 30 सितंबर से पहले कराए जाएं। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहले ही पंचायत चुनाव पर लगी रोक को हटा चुका है। वर्तमान में ग्राम पंचायतों की मतदाता सूचियों को अपडेट करने का काम चल रहा है।हरियाणा पंचायती राज अधिनियम, 1994 (1994 का 11 ) की धारा 211 की उप-धारा (2) के साथ पठित उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए हरियाणा के राज्यपाल ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी ग्राम पंचायतों के पंचों, सरपंचों और सभी पंचायत समितियों तथा जिला परिषदों के सदस्यों के आम चुनाव 30 सितम्बर, 2022 तक हरियाणा राज्य में करवाए जाएं। इसमें जिला कुरुक्षेत्र के खंड लाडवा की ग्राम पंचायत सम्भालखा को चुनाव से फिलहाल अलग रखा गया है
पंचायत चुनाव कराने के लिए राज्यपाल की ओर से जारी आदेश।
हरियाणा में प्रदेश में 23 फरवरी 2021 से पंचायतों का कार्यकाल समाप्त है। अब उनके स्थान पर प्रशासक लगाए गए हैं। जो विकास कार्यों व अन्य कामों को करवा रहे हैं। ऐसे में अब नए प्रत्याशी चुनावों होने का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में 22 जिला परिषद, 142 पंचायत समिति और 6228 पंचायतों में सरपंच-पंच पदों पर चुनाव होने हैं।
इसको लेकर हरियाणा विकास एवं पंचायत विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ० सुमिता मिश्रा की ओर से राज्यपाल द्वारा दिए गए आदेशों से हरियाणा चुनाव आयोग को अवगत कराया है।
23 ग्राम पंचायतें ज्यादा
हरियाणा में पिछली बार के पंचायत चुनाव की अपेक्षा 6 हजार 228 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे। यह पिछली बार की तुलना में 23 ज्यादा हैं। पिछली बार कुल 6205 ग्राम पंचायतें थीं, जिनकी संख्या बढ़ कर अब 6228 हो गई है। हालांकि, अभी तक सिसाय, बास को नगर पालिका से दोबारा से ग्राम पंचायत बनाने और हेली मंडी और पटौदी को नगर पालिका से नगर परिषद बनाने के लिए आसपास के 10 गांवों में इसमें शामिल करने का प्रस्ताव है। चुनाव से पहले इनके फाइनल होने के बाद ही कुल ग्राम पंचायतों की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
EVM से पडेंगे वोट
आयोग के अनुसार, हरियाणा में इस बार 71741 पदों पर चुनाव होने हैं। इनमें 6228 सरपंच, 62022 पंच, ब्लाक समिति के 30380 और जिला परिषद के 411 पदों पर चुनाव होना है। सबसे अधिक ग्राम पंचायतें यमुनानगर में जिले में 490 हैं और सबसे कम फरीदाबाद जिले में 100 हैं।गौरतलब है कि आयोग ने फैसला लिया है कि इस केवल पंच के चुनाव बैलेट पेपर से होंगे और सरपंच, ब्लाक समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य के चुनाव के लिए मतदाताओं को ईवीएम का बटन दबाना होगा। पिछली बार पंचकूला और रेवाड़ी में इसका प्रयोग किया गया था और वह सफल रहा था। इन दोनों जिलों में केवल पंच के चुनाव बैलेट पेपर से हुए।
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