जयपुर : कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को टोंक दौरे पर भरोसा जताया कि राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी। अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में मीडिया से बातचीत में पायलट ने भरोसा जताया कि इस बार राजस्थान में दोबारा कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी। इसके साथ ही पायलट ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व को चिंता है क्योंकि उनके स्थानीय नेतृत्व के अभियान में दम नहीं दिख रहा। दिल्ली के नेता आ रहे हैं, सब मंत्री-संतरी.. प्रधानमंत्री भी आ रहे हैं, फिर भी जनता की कोई प्रतिक्रिया उन्हें नहीं मिल रही।'
यहां पलड़ा कांग्रेस का भारी रहेगा
पायलट ने आरोप लगाया, ''भाजपा के नेता लोगों को बांटने की मानसिकता को आगे बढ़ाने का काम करते हैं, लेकिन जनता समझदार है और वह इन बातों में फंसने वाली नहीं है।'' उन्होंने कहा,‘‘वे कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन यहां पलड़ा कांग्रेस का भारी रहेगा।''
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान में हिंसा की खबरों पर पायलट ने उम्मीद जताई कि निर्वाचन आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। पायलट ने कहा, ''चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए, लोकतंत्र हमारे देश में एक पर्व की तरह होता है, सबको अधिकार है वोट डालने का। हर व्यक्ति को अपने मत का प्रयोग करना चाहिए, मैं उम्मीद करता हूं कि राजस्थान में बहुत अच्छे माहौल में चुनाव सम्पन्न होंगे।'' बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होना है जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
जनता कांग्रेस का हाथ इसलिए थाम रही है
इसके अलावा पायलट ने कहा, ''आज राज्य की जनता कांग्रेस का हाथ इसलिए थाम रही है क्योंकि हम विकास कर सकते हैं, हमारे पास एक विजन है... हमारा मुख्य मकसद लोगों का विश्वास जीतना है और एक बार फिर सरकार बनाएंगे... बाकी सभी राज्यों में हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा रहेगा और राजस्थान में भी हम सरकार बनाएंगे। हमारे वरिष्ठ नेता यहां प्रचार कर रहे हैं और लोगों का रिस्पॉन्स देख रहे हैं।मुझे विश्वास है कि हम यहां अच्छे बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे।”
इससे पहले सचिन पायलट ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दोस्ती के सवाल पर गेंद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पाले में डाल दी थी। पायलट से पूछा कि उनकी तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से दोस्ती रही है? इसके बाद सवाल पूरा हो पाता, इसके पहले ही सचिन पायलट ने जवाब देते हुए कहा कि मुझसे ज्यादा और पुरानी तो सिंधिया की दिग्विजय सिंह से दोस्ती रही है।
Kommentarer