फर्जी साधुओं को पकड़ने के लिए 'ऑपरेशन कालनेमि' हुआ शुरू, पुलिस ने 50 को पड़का... 6 निकले मुसलमान
- News Team Live
- 21 hours ago
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हरिद्वार पुलिस ने 'ऑपरेशन कालनेमी' शुरू किया है, जिसका मकसद सावन के पावन माह में कांवड़ यात्रा को शुद्ध और सुरक्षित बनाना है। इस अभियान के तहत फर्जी बाबाओं, भिखारियों और ठगों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। ऑपरेशन के पहले ही दिन 50 से अधिक संदिग्ध हिरासत में लिए गए, जिनमें छह ऐसे मुस्लिम भी शामिल हैं जो भगवा चौला पहनकर भिक्षा मांगते पाए गए।
AI और फेस रिकॉग्निशन तकनीक से सटीक कार्रवाई
हरिद्वार पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फेस रिकॉग्निशन कैमरों का उपयोग कर संदिग्धों की पहचान कर रही है। कमांड कंट्रोल सेंटर में 350 से ज्यादा कैमरों के जरिए पूरे हरिद्वार की निगरानी की जा रही है। हर की पौड़ी पर ड्रोन और CCTV कैमरों से भी चौकसी बरती जा रही है। एसएसपी डोभाल के नेतृत्व में यह अभियान 2 टीमों- देहात और सिटी एरियाद्वारा संचालित है।
फर्जी साधुओं की गिरोहबंदी का खुलासा, कई गिरफ्तार
इस अभियान में कलियर थाना पुलिस ने छह फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया जो मुस्लिम धर्म के होते हुए भगवा चौला पहनते थे। कोतवाली नगर में 13, श्यामपुर में 18 और कनखल में 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों में रफीक अंसारी (भागलपुर), महबूब (बरेली), अहमद (हरदोई), रशीद (राजगढ़), इमरान (कोलकता), जैन उद्दीन (बिहार) शामिल हैं।
ऑपरेशन कालनेमी की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
पुलिस के अनुसार, लंबे समय से फर्जी साधुओं द्वारा तंत्र-मंत्र, चमत्कार और झूठे आशीर्वाद देकर लोगों को ठगने की शिकायतें मिल रही थीं। कई बार इनके द्वारा आपराधिक गतिविधियां भी की जाती थीं। सावन और कांवड़ यात्रा के दौरान तीर्थनगरी की धार्मिक गरिमा बनाए रखने और श्रद्धालुओं के विश्वास को सुरक्षित करने के लिए यह अभियान विशेष रूप से अहम माना जा रहा है।
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