भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग का वीजा सेंटर बना जासूसी का अड्डा, पंजाब-हरियाणा से जुड़े तार !
- News Team Live
- Oct 4
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भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग सेंटर में जासूसी और रिश्वतखोरी के बड़े कांड का खुलासा हुआ है जिसके तार पंजाब व हरियाणा से जुड़े बताए जा रहे हैं। हरियाणा के पलवल जिले से गिरफ्तार वसीम अख़्तर का मामला पाकिस्तान उच्चायोग (PHC) के वीजा डेस्क में सिस्टमैटिक भ्रष्टाचार और जासूसी नेटवर्क का खुलासा करता है। वसीम अख़्तर, जो मूल रूप से गाँव कोट, हठिन, पलवल का निवासी है, को 30 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (OSA & BNS) के तहत गिरफ्तार किया गया।

वसीम अख़्तर का प्रोफ़ाइल
डिप्लोमा सिविल इंजीनियरिंग (पुनहाना, नूह) और बी.ई. सिविल (MDU, रोहतक)
कुछ समय निजी कंपनियों में कार्य
वीजा आवेदन के दौरान PHC अधिकारी जाफर (मुज़म्मिल हुसैन) से संपर्क
प्रारंभ में इनकार के बाद 20,000 रुपए की रिश्वत देकर वीजा स्वीकृत
मई 2022 में वसीम ने पाकिस्तान के कसूर में अपने रिश्तेदारों से मुलाकात की
लौटने के बाद व्हाट्सएप के माध्यम से जाफर के संपर्क में रहा
वीजा सुविधा के लिए अपने बैंक खाते उपलब्ध कराए, वसीम को कमीशन का आश्वासन
कुल ₹4-5 लाख खाते में जमा, नकद भुगतान मध्यस्थों के जरिए
₹80,000 और सिम कार्ड पलवल में सुपुर्द, बाद में जाफर को ₹1.5 लाख नकद
सिम कार्ड और OTP उपलब्ध कराना, भारतीय सेना के कर्मियों की जानकारी साझा करना
#source : punjab kesri






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